Cogito, Ergo Sum

by SHAILESH VICKRAM SINGH

Created by potrace 1.15, written by Peter Selinger 2001-2017

धर्म ऐवम कर्म

धर्म

“जो धारण किया जय, वो धर्म होता है। एक कर्म प्रधान व्यक्ति के लिए, कर्म ही उसका धर्म होता है अंतह कर्म ही धर्म है |”