जहाँ वर्ग भेद की ज्वाला है,
जहाँ मानव भेद की हाला है,
जहाँ अपराध भी बाटा जाता है A, B, C के भागो में,
जहाँ मानव भी आँका जाता है, वेतन के प्रतिमानो में,
क्या वहाँ भी मानव समता का उजाला है ।
written in 1984, discovered in an old diary