Cogito, Ergo Sum

by SHAILESH VICKRAM SINGH

Created by potrace 1.15, written by Peter Selinger 2001-2017

The Entrepreneur

मैंने उसको जब-जब देखा
लोहा देखा
लोहे जैसा तपते देखा
गलते देखा
ढलते देखा
मैंने उसको गोली जैसा चलते देखा

~ केदारनाथ अग्रवाल